जीवन में छवि का महत्व: सार्वजनिक जीवन में मूल है छवि ! क्योंकि समाज में सम्मान तो सभी चाहते हैं, स्वयं को महत्व मिले यह कौन नहीं चाहता है, सब चाहते हैं, लेकिन उस अपेक्षा के अनुरूप, अपने जीवन की स्वाभाविक रणनीति पर लोग काम नहीं करते, परिणामतः उन्हें समाज में लोग उस रूप में नहीं लेते, जिस रूप में लोग अपना महत्व और स्थान चाहते हैं !

छवि आखिर है क्या ?

आपके अंदर विद्यमान गुण-धर्म, आपके विचार एवं आपकी रीति नीति ही समाज में आपके व्यक्तिवत का एक रेखाचित्र खींचती है, और वही होती है आपकी छवि ! आपकी वह पहचान जिस पर लोग आपसे वार्ता करने, आपसे संवाद और आपसे अपेक्षा करने का मन बनाते हैं वह आपकी उनके मन में बैठी छवि, आपके बारे में आपके प्रति बनी धारणा के अनुरूप ही सभी आपसे व्यवहार करते हैं । हाँ ! यह बात अलग है, कि जैसी आपकी छवि होगी वैसा ही आपसे लोग व्यवहार करेंगे, वैसा ही आपको परिवार में समाज में स्थान मिलेगा ।

छवि का निर्माण कैसे होता है ?

सबसे पहले तो यह समझने की जरूरत है, कि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है । इसे आप कृत्रिम बनाने की कोशिश करेंगे, किसी को देख कर, किसी के प्रभाव में आकर, किसी प्रकार से अपने मन में बैठी कल्पना के अनुरूप बनाना चाहेंगे तो शायद आप वो बनें कि नहीं बनें, यह तो पता नहीं ! किन्तु ? हाँ एक बात तय है, आप वो नहीं बन पाएंगे जो आपको बन जाना चाहिए था । इसे इस रूप में समझने का प्रयास करते हैं ? कि आपको किसी राजनैतिक व्यक्ति की छवि अच्छी लगती है और आपने उसे देखने और फॉलो करना प्रारंभ कर दिया, कुछ वर्षों पश्चात सबके सामने उसकी दूसरी सच्चाई सामने आई जो कि उसकी छवि के अनुरूप नहीं थी । तब आप अपने आपको कहाँ पाएंगे,विचार करिए और हाँ यह भी विचार करिए कि क्या आपका वह समय वापस आ सकेगा जो आपने उसके अनुरूप बनने में गंवाया।

क्यों ध्यान दें छवि पर ?

हम समाज के अंग हैं, और हम चाहे अनचाहे उनका हिस्सा होते हैं । चाहे आप अपना कोई निजी कार्य करते हों, चाहे आप निजी एवं सरकारी नौकरी में हो,चाहे आप व्यवसाय में हों, या खेती किसानी में हो, सभी प्रकार से आप जब कुछ भी अपने से बाहर के बारे में विचार करते हो तो आपको लगता है, कि सामने वाला मेरे बारे में क्या सोचता है, चाहे आप कोई समान पैसे देकर भी खरीदते हो तब भी आप अपनी सुविधानुसार ऐसे दुकानदार पर जाना चाहेंगे, जो आपको समझे और आपसे सम्मान पूर्वक व्यवहार करे । ऐसे ही जब आप किसी संस्थान, अथवा किसी ग्रुप विशेष में होते हो तो आपको लगता है, कि सामने वाला आपको महत्व दे, जब जब भी आपको अपने बारे में बाहर से चाहना होगी तब तब आपकी छवि ही आपकी छवि उसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी , आपकी छवि ही आपके लिए निर्णायक होगी । इसलिए छवि पर ध्यान अवश्य दें ।

यह स्वाभाविक छवि क्या है ?

जो किसी आभाव-प्रभाव से युक्त न हो, मनुष्य के प्रकृति प्रदत्त अपने गुण-दोष होते हैं, अपनी प्रकृति के अनुसार सबकी अपनी-अपनी रुचि और प्रतिभा होती है । जो व्यक्ति इन सभी पर ध्यान दिए बिना समाज और दुनियाँ में चल भेड़ चाल के अनुरूप, बाहर से रेफरेंस उठाकर, उनका अपने ऊपर प्रयोग करता है, तब तब वह अपनी स्वाभाविकता से विमुख हो रहा होता है, और उसी में वह अपनी मूल छवि से दूर होता चला जाता है ।

इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह दुनियाँ में सफल और प्रभावी लोगों को देखे, परंतु वह अपने लिए जीवन की स्वाभाविक रणनीति बनाए ।

छवि के क्या लाभ हैं ?

मेरा मानना है, आपकी छवि आपके लिए, आपसे ज्यादा काम करती है । आपने बहुत से बड़ बोले लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि जाओ हमारा नाम ले देना, हमारा तो नाम ही बहुत है। अब यह बात अलग है, कुछ पड़ता भी हो, कुछ न भी पड़ता हो ? किन्तु हर परिस्थिति में एक बात कॉमन है वो है आपकी छवि ! जैसी आपकी छवि होगी वैसा ही सामने वाले का रेस्पॉन्स मिलेगा ।

जीवन में छवि का महत्व

वृतांत : मेरे स्वयं का अनुभव आपको बताता हूँ, जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तो एक छात्र, छात्र क्या छात्र नेता था, या यूं कहें कि छात्र नेता बनना चाहता था, प्रति वर्ष मुझसे सहायता एवं सहयोग मांगने आता, किन्तु मैंने जैसी छवि छात्र-छात्राओं के मध्य उसकी देखी और समझी थी तो मैं प्रति वर्ष ही उसकी उसकी छवि सुधारने और संवेदनशील नेत्रत्व करने का आग्रह करता, किन्तु उसका वही शॉर्ट कट वाला फार्मूला रहता, संयोग ऐसे कि वह एक दो चुनाव जीता भी, किन्तु उसके बारे में कॉलेज में, और सभी जगह एक ही धारणा बन गई कि बहुत तेज है, चालाक है । प्रारंभ में उसको अच्छा लगता, किन्तु जैसे जैसे उसने आगे कदम बढ़ाया तो उसे दिक्कत आने लगी, सभी उसको उसी छवि के अनुसार लें और उसकी बात पर कोई भरोसा ही न करे, कोई उसे गंभीरता से ही न ले, सब उसके सामने हाँ हाँ करें और पीठ पीछे कुछ उल्टा हो बोलें उसके बारे में । खैर वो जीवन भर अपनी विश्वसनीयता के लिए संघर्ष करता रहेगा, क्योंकि उसने उस समय अपनी छवि के लिए गंभीरता नहीं दिखाई, छोटे लालच और हल्की कामयाबी के लिए उससे वह छूट गया जो उसके लिए सृष्टि द्वारा निर्धारित था ।

छवि के लिए कौन-कौन सी बातों का महत्व है ?

आपकी वह हर छोटी बात जिसे आप यह कहकर बताते हैं, कि कौन देख रहा है, या किसको पता चलेगी यह बात ? वह सभी बातें आपकी छवि को धूमिल करने के लिए पर्याप्त हैं, क्योंकि वही बातें गलत करने पर आपके मन को मजबूत बनाती हैं । अतः आप इसी अनुसार समाज में अपना व्यवहार करने लगते हैं, बिना डरे ।

अपने लिए कठोर और दूसरों के लिए मृदु रहना होगा । सोच बड़ी रखनी होगी । अपने आपको संयम में रखने की आदत पर काम करें । अपने आप में प्रसन्न रहने की कला विकसित करने होगी । दूसरों की प्रशंसा करने आदत बनानी होगी । दूसरों को सुनने का स्वभाव विकसित करना होगा ।

पाथेय : छवि आपको वह सब दे सकती है, जिसे आपने अपने लिए कभी सोचा भी नहीं होगा ।

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