ईश्वरीय गुणधर्म और मनुष्य

सर्वज्ञ एवं सर्वशक्तिमान ईश्वर में शुद्ध सतोगुण पाया जाता है इसलिए ईश्वर सर्वज्ञ है और जीव अल्पज्ञ है , जितना सतोगुण अधिक होगा उतना आत्मा/ब्रह्म स्वरूप का बोध होगा और ईश्वर तो शुद्ध सतोगुण माया से परिपूर्ण है जिस कारण ईश्वर अनन्त ज्ञानी एवम् सर्वज्ञ है पर जीव में मलिन रज तम भी है अतः […]